Madhya Pradesh Rural Road Academy
मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी

सम्पर्क पता

मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी

सम्पर्क

म.प्र. ग्रामीण सड़क अकादमी,
वाल्मी हिल्स, कलियासोत डेम, कोलार रोड , भोपाल (म.प्र.)
पिनकोड: 462042

दूरभाष: +91(0755) 249 9054

ई-मेल:

  • director.mprra@gmail.com
  • ceomprrda@gmail.com
  • gmadmn.mprra@gmail.com
  • trainingmprra@gmail.com

कैसे पहुंचे:

म.प्र. ग्रामीण सड़क अकादमी भोपाल, झीलों पहाड़ों तथा खूबसूरत उद्यानों के शहर भोपाल के पश्चिम में स्थित है। भोपाल शहर रेल, सड़क और वायु मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निम्न स्थानों से म.प्र. ग्रामीण सड़क अकादमी, भोपाल की लगभग दूरी इस प्रकार है:

  • एयर पोर्ट – 21 कि.मी.
  • भोपाल रेलवे स्टेशन – 14 कि.मी.
  • हबीबगंज रेलवे स्टेशन – 8 कि.मी.
  • अंर्तराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) – 9 कि.मी..

भोपाल की स्थितिः

भोपाल भारत के केंद्रीय क्षेत्र में मध्यम प्रदेश राज्य के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित है।
हवाई जहाज सेः
वायु सेवा की नियमित उड़ानें भोपाल को नई दिल्ली, ग्वालियर, इंदौर, मुंबई, जबलपुर और रीवा से जोड़ती हैं।
रेल से:
भोपाल, दिल्ली–चेन्नई मुख्य लाइन पर है। मुंबई से इटारसी और झांसी जाने वाली मुख्य रेलगाड़ि‍यां भोपाल से होकर गुजरती हैं।
सड़क से:
नियमित बस सेवा भोपाल को इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और राज्य के सभी प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं।

भोपाल के विषय में:

भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिकता और आधुनिक शहरी योजना का सम्मिश्रण है। यह राजा भोज द्वारा स्थापित ग्यारहवीं शताब्दी के शहर, भोजपाल के स्थान पर स्थित है। वर्तमान शहर का संस्थापक अफगान सैनिक दोस्त मोहम्मद (1707–1728) था। आज का भोपाल एक बहुआयामी चित्र प्रस्तुत करता है, पुराना शहर अत्या​धुनिक (चौक बाजार) सुन्दर प्राचीन मस्जिदों व महलों के साथ अब तक अपने भूतपूर्व शासकों की वैभवशाली छाप को दिखाता है, उनमें से शक्तिशाली बेगमों जिन्होंने सन् 1819 से 1926 तक भोपाल पर राज्य किया, का नाम उल्लेखनीय है। अपने हरे–भरे, सुंदर और योजनापूर्वक व्यवस्थित किए सार्वजनिक उद्यानों और बगीचों तथा चौड़ी सड़कों एवं सरल और सुव्यवस्थित भव्य भवनों के साथ नया शहर वैसा ही प्रभावशाली है। दो झीलें जिनसे यह सुन्दर शहर घिरा है, शहर की मुख्य जीवन रेखा रही हैं और बनी रहेंगी क्योंकि ये झीलें अनेक लोगों की जीविका का सहारा तथा भोपाल का मुख्यद पर्यटन आकर्षण हैं। साँची के प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप, भीमबैठका की प्रागऐतिहासिक गुफाएँ, सबसे बड़ा शिवलिंग मंदिर, भोजपुर और भारत में सबसे बड़ी मस्जिद – ताज उल मस्जिद आदि भोपाल में और आसपास स्थित है।

 

मौसम:

भोपाल में वर्षा :

1200 मि.मी. (जुलाई-सितम्बर)

भोपाल की जलवायु

ग्रीष्म: 44 सेंटीग्रेड - 25 सेंटीग्रेड
शीतकाल: 24 सेंटीग्रेड - 9 सेंटीग्रेड