Madhya Pradesh Rural Road Academy
मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी

परिचय

मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी

मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी

मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी, मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण भोपाल के अधीन संचालित एक स्वायत्त शासी संगठन है। जो मध्य प्रदेश सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1973 के तहत पंजीकृत है। अकादमी द्वारा 1 अप्रैल 2018 से भोपाल में अपना कार्य प्रारम्भ कर दिया है। अकादमी राज्य शासन के सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के मार्ग निर्माण से जुड़े पेशेवर अभियंताओं के लिए प्रशिक्षण का आयोजन करती है।

मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी कलियासोत बांध के दाएं तट पर वाल्मी परिसर में स्थित है। यहाँ से भोपाल का मनोहारी दृश्य देखा जा सकता है। परिसर का सम्पूर्ण क्षेत्रफल 80 हेक्टेयर है।



गुणवत्ता नीति

मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी भोपाल को सड़क और सड़क परिवहन के क्षेत्र में व्यावसायिक उत्कृष्टता विकसित करने और अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) कार्यक्रम, परामर्शदात्री सेवाओं और मानव संसाधन कार्यक्रम शुरू करने के प्रयासों से सामना कर रहे पेशेवरों को विभिन्न तकनीकी समस्याओं के लिए उपयुक्त समाधान तैयार करने के लिये उत्कृष्ट संस्थान विकसित करना।

दृष्टि

  • सार्थक प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक तकनीक को अपनाते हुए क्षेत्र में राजमार्ग पेशेवरों को प्रशिक्षण के लिए अकादमी को उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करना।
  • गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण के लिए राजमार्ग क्षेत्र के राष्ट्रीय एवं राज्य संस्थानों के संपर्क में रहना।
  • प्रशिक्षण के लिए एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना करना, बाद में राजमार्गों के लिए अनुसंधान एवं विकास ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित करना।
  • अकादमी को लीन आर्गनाईजेशन के रूप में स्थापित करना।
  • राजमार्गों पर एक अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय और दस्तावेजों का निक्षेपागार बनाना।
  • राजमार्ग क्षेत्र में व्यावसायिकता को बढ़ावा देना।
  • राज्य स्तर प्रशिक्षण संस्थानों के विकास में उत्प्रेरक भूमिका निभाना।
  • प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण एवं पाठ्य सामग्री का विकास करना।

म.प्र. ग्रामीण सड़क अकादमी के वैज्ञानिक एवं तकनीकी उद्देश्य

  • ग्रामीण सड़कों के निर्माण की उपयोगिता, गुणवत्ता एवं तकनीकी रूप से सुदृण सड़के बनाने हेतु ग्रामीण सडको के निर्माण कार्य में लगे हुए विभागीय अभियंताओं एवं ठेकेदारों के अभियंताओं को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित करना ।
  • निर्मित ग्रामीण सडकों एवं अन्य परिसंपत्तियों के प्रबंधन हेतु आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।
  • स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्रियों का उपयोग करते हुए कम लागत वाली सडकों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए अनुसंधान कार्य करना।
  • सूचना संचार कौशल के विकास हेतु आवश्यक प्रबंधन का प्रशिक्षण देना।
  • उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यो हेतु विभिन्न क्षेत्रों के याॅत्रिकी विभागों एवं पंचायतीराज संस्थाओं से जुड़े व्यक्तियों को प्रशिक्षित करना।
  • ग्रामीण सड़कों के संधारण हेतु ग्रामीण सड़क नेटवर्क प्रबंधन इकाई से प्राप्त आंकड़ों पर अनुसंधान करना।
  • वृहद पुलों के सर्वेक्षण, रूपांकन एवं निर्माण संबंधी प्रशिक्षण।
  • डामरीकृत एवं सीमेंटीकृत सड़कों के रूपांकन एवं पर्यवेक्षण संबंधी प्रशिक्षण।
  • डामरीकृत एवं सीमेंटीकृत सड़कों के संधारण हेतु मार्गदर्शन एवं संधारण की प्राथमिकताओं का निर्धारण करना।
  • सड़कों के निर्माण में प्रयोग किए जाने वाली सामग्री का परीक्षण करना।
  • पर्यावरण सुरक्षा एवं सड़क सुरक्षा के उपाय।
  • ठेके का व्यवस्थापन।
  • आधुनिक तकनीक एवं सर्वे उपकरणों का उपयोग जीआईएस/ जीपीएस और टोटल स्टेशन उपकरणों का प्रयोग।
  • कार्यालय प्रबंधन, व्यवस्थापन एवं कम्प्यूटरी करण।
  • नवीन टेक्नॉलाजी यथा कोल्डमिक्स टेक्नॉलाजी, फ्लाई ऐश द्वारा बिटुमिन सड़कों का निर्माण पर प्रशिक्षण।
  • ग्रामीण सड़कों के निर्माण से जुडें अभियंताओं का कौशल विकास करना।
  • निर्माण कार्यों के निम्न गुणवत्ता संबंधी प्राप्त शिकायतों एवं समस्याओं के स्थाई समाधान निकालना।
  • निर्माण सामग्रियों का परीक्षण एवं विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध उच्च गुणवत्ता वाले सामाग्री से संबंधित स्थानों का चिन्हान्कन एवं उपलब्ध मात्रा का आंकलन करना।